एमपी बोर्ड कक्षा 10वीं के बाद कौन सा विषय ले ?

कक्षा 10वीं के पश्चात विषय चयन एक महत्वपूर्ण निर्णय है, जो आपके भविष्य की दिशा निर्धारित करता है। इस निर्णय में आपकी रुचियाँ, क्षमताएँ और करियर लक्ष्यों का समावेश होता है। विभिन्न स्ट्रीम्स के बारे में संक्षेप में जानकारी निम्नलिखित है:-

Thank you for reading this post, don't forget to subscribe!

विज्ञान (Science): यदि आपकी रुचि भौतिकी, रसायन, जीवविज्ञान या गणित में है, तो यह स्ट्रीम उपयुक्त हो सकती है। इससे आप इंजीनियरिंग, चिकित्सा, अनुसंधान आदि क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं |

वाणिज्य (Commerce): यदि आप लेखांकन, अर्थशास्त्र, व्यवसाय अध्ययन में रुचि रखते हैं, तो यह स्ट्रीम आपके लिए सही हो सकती है। इससे बैंकिंग, वित्त, चार्टर्ड अकाउंटेंसी जैसे क्षेत्रों में अवसर प्राप्त हो सकते हैं।

Check Your Result:-

pngkit click here png 2384957
class 10th ke baad konsa vishay le, kaksha dasvi ke baad konsa subject le, 10th ke baad konsa vishay le, dasvi ke baad konsa subject le, class 11th me konsa vishay le, class 11th me konsa subject le, 11th me konsa vishay le, 11vi me konsa vishay le, kaksha 11vi konsa subject le

कला (Arts/Humanities): यदि आपको साहित्य, इतिहास, भूगोल, राजनीति विज्ञान आदि विषयों में रुचि है, तो यह स्ट्रीम आपके लिए उपयुक्त है। इससे सिविल सेवाएँ, पत्रकारिता, शिक्षण आदि क्षेत्रों में करियर बना सकते हैं।

निर्णय लेने के लिए सुझाव:

  1. स्वयं का मूल्यांकन करें: अपनी रुचियों, क्षमताओं और कमजोरियों का विश्लेषण करें।
  2. करियर विकल्पों की जानकारी लें: प्रत्येक स्ट्रीम से जुड़े करियर विकल्पों के बारे में जानें और उनके प्रति अपनी रुचि और योग्यता का आकलन करें।
  3. सलाह लें: शिक्षकों, करियर काउंसलर्स और परिवार के सदस्यों से मार्गदर्शन प्राप्त करें।
  4. लक्ष्य निर्धारित करें: अपने दीर्घकालिक करियर लक्ष्यों को स्पष्ट करें और उनके अनुसार स्ट्रीम का चयन करें।

याद रखें, यह निर्णय आपके भविष्य को प्रभावित करेगा, इसलिए सोच-समझकर और सूचित निर्णय लें।

अपनी रुचि को देखते हुए विषय को ले :-

बहुत सारे विद्यार्थी अपने मित्र और अन्य लोगों को देखकर जो विषय वह कक्षा ग्यारहवीं में लेते हैं वही वह विषय ले लेते हैं आगे आने वाले समय में वह इसका अध्ययन अपनी आशा के अनुसार नहीं कर पाते हैं आगे आने वाले समय में उनका परीक्षा परिणाम भी बिगाड़ सकता है साथ ही साथ आगे आने वाले करियर में भी उन्हें कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है |

यदि विद्यार्थी अपनी रुचि को देखते हुए और उसमें उपस्थित करियर विकल्प को देखते हुए यदि कक्षा ग्यारहवीं में उस विषय को लेता है, तो विद्यार्थी उसको कोई बेहतर तरह से और मन लगाकर पढ़ सकता है | विद्यार्थी को रुचि के साथ-साथ ऐसा विषय लेना चाहिए जिसमें प्रतियोगिता कम है, आगे आने वाले समय को देखते हुए | क्योंकि प्रतियोगिता कम होने के कारण विद्यार्थी उसमें अपना बेहतर कैरियर बन सकता है | इसके साथ ही साथ विद्यार्थी को इसमें अपनी रुचि को भी देखना है |

उदाहरण के तौर पर कक्षा ग्यारहवीं में एग्रीकल्चर कृषि विज्ञान जो विषय है, उसे विषय को अन्य विषय की तुलना में कम विद्यार्थी द्वारा चुना जाता है | ज्यादातर देखा गया है कि कक्षा 11वीं में विद्यार्थी गणित, वाणिज्य और इसी के साथ-साथ आर्ट्स विषय को ही अपने अध्ययन में शामिल करते हैं | और अन्य विषय जैसे एग्रीकल्चर, मनोविज्ञान और इसी के साथ-साथ गृह विज्ञान जैसे विषयों को कम ही लेते हैं | परंतु देखा जाए तो विद्यार्थी इसमें बेहतर कैरियर बना सकते हैं |

Share With Friends....
Scroll to Top
× 👉👉