GBS बीमारी (Virus) से ग्रसित मरीजों की संख्या :-
पुणे: बता दे की कोरोना के बाद अब एक नई बीमारी सामने निकलकर आई है, देखा जाए तो महाराष्ट्र के पुणे में इस बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या निरंतर अब बढ़ती जा रही है | हम बात कर रहे हैं जीबीएस बीमारी की | जानकारी के लिए बता दे की जीबीएस का पूरा नाम गुलेन वेरी सिंड्रोम है | बुलाए वेरी सिंड्रोम जीने से लगभग बता दें कि महाराष्ट्र में अभी गुरुवार के दिन आठ ग्रसित मरीजों के मामले सामने निकल कर आए हैं | परंतु देखा जाए तो इससे ज्यादा कुछ लोग और भी इससे पीड़ित है | जो की रिपोर्ट्स मैं सामने निकल करनहीं आए हैं | सूत्रों और आंकड़ों के मुताबिक लगभग 67 अभी मामले सामने निकल कर आए हैं |

परंतु इस बीमारी से पीड़ित मरीजों की संख्या इससे ज्यादा भी हो सकती है जो कि आंकड़ों में शामिल नहीं किए गए हैं | इसी बात को ध्यान में रखते हुए जांच विभाग ने इससे पीड़ित मरीजों की संख्या की जांच पड़ताल के लिए एक रैपिड रिस्पांस टीम का गठन किया है | जिससे आगे आने वाले ग्रसित मरीजों के आंकड़े सामने जानकारी के रूप में मिलते रहेंगे |
GBS Virus (बीमारी) के लक्षण :-
महाराष्ट्र के पुणे में जिस भी व्यक्ति को जीबीएस बीमारी से ग्रसित हुआ था उसको यह सभी लक्षण बीमारी मैं देखने को मिले थे | कुछ यहां पर लक्षण नीचे आप देख सकते हैं:-
- जो भी व्यक्ति इस बीमारी से ग्रसित रहता है तो उसके शरीर एकाएक सुनन हो जाता है | और इसी के साथ-साथ मांसपेशियों में कमजोरी आ जाती है | कमजोरी के साथ-साथ बता दे की ग्रसित व्यक्ति को दस्त भी आने लगते हैं | GBS बीमारी का मुख्य कारण बैक्टीरिया और वायरल संक्रमण माना जा रहा है |
- जो व्यक्ति इस बीमारी से ग्रसित हो जाता है तो उसकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कमजोर हो जाती है |
- डॉक्टर का कहना है कि इस बीमारी से वयस्क जो लोग हैं वह ग्रसित बहुत ही कम है | परंतु ज्यादातर यह बीमारी देखी गई है जो की युवा वर्ग के लोग हैं और बच्चे इसमें शामिल है |
- डॉक्टर ने यह साफ क्लियर कर दिया है कि यह केवल मात्र एक बीमारी है | इससे कोरोना जैसी कोई महामारी फैलने जैसा खतरा नहीं है | जाकर मरीज से ठीक हो रहे हैं | इस बीमारी से घबराने वाली कोई बात नहीं है क्योंकि इस बीमारी में जो मृत्यु दर है वह बहुत ही ज्यादा कम है |
- देखा जाए तो कुछ विशेषज्ञों का कहना है कि यह बीमारी है गंदे पानी और संक्रमित पानी से भी हो सकती है |
Guillain-Barré syndrome: An overview for student nurses
GBS is a rapidly progressing autoimmune condition in which the body’s immune system mistakenly attacks the peripheral nervous system.
Pathophysiology:
1. Triggering event
GBS is often triggered by an infection or immune… pic.twitter.com/4uqmcA4CLt— Dr Honey choudhary 🩺 (@Doctors__squad) January 2, 2025
कई सारी मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बताया जा रहा है कि पुणे के अस्पताल में इस बीमारी से ग्रसित तीन मरीज ऐसे हैं कि जिनके पेट में इन्फेक्शन तक हो चुका है | और बाद में उन्हें लकवा पड़ गया | हो जब इनका टेस्ट किया गया तो उनकी लेटरिंग में Jenuni बैक्टीरिया निकला | धीरे-धीरे या बीमारी से ग्रसित मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है | देखा जाए तो यह बीमारी बच्चों और वयस्कों में देखी जा रही है परंतु बता दे की यह बीमारी बच्चों से लेकर 80 साल तक के बुजुर्गों में भी पाई गई है |